हरियाणा

बजरंग पूनिया का विवाद: तिरंगे के पोस्टर पर चढ़ने से सोशल मीडिया पर मचा हंगामा!

हाल ही में भारतीय कुश्ती के स्टार पहलवान बजरंग पूनिया एक विवाद में फंस गए हैं। यह मामला तब सामने आया जब उन्होंने विनेश फोगाट के स्वागत कार्यक्रम में जीप के बोनट पर चढ़कर तिरंगे के पोस्टर पर पैर रख दिए। यह घटना सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई और बजरंग को ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा।

घटना का विवरण

यह घटना 5 अगस्त 2024 को हुई, जब विनेश फोगाट अपने वतन लौटने पर स्वागत कार्यक्रम में शामिल हुईं। इस कार्यक्रम में बजरंग पूनिया ने जीप के बोनट पर चढ़कर विनेश का स्वागत किया। लेकिन इस दौरान तिरंगे के पोस्टर के नीचे उनके पैर आ गए, जिससे विवाद खड़ा हो गया।

सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया

जैसे ही यह वीडियो वायरल हुआ, सोशल मीडिया पर यूजर्स ने बजरंग को ट्रोल करना शुरू कर दिया। एक यूजर सुधीर मिश्रा ने लिखा, “तिरंगे पर पैर रखे खड़ा है, लेकिन कोई कुछ नहीं कहेगा… यह तिरंगा से भी बड़ा है, क्योंकि ये खिलाड़ी रहा है।” इस तरह की टिप्पणियों ने बजरंग की छवि को प्रभावित किया और उन्हें आलोचना का सामना करना पड़ा।

पहलवानों का आंदोलन

बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने हाल ही में भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगाए थे। इस मामले में पहलवानों ने जंतर-मंतर पर धरना दिया था। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में आदेश दिए और दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण के खिलाफ केस दर्ज किया।

Bajrang Punia controversy
Bajrang Punia controversy

बृजभूषण का मामला

बृजभूषण पर लगे आरोपों के बाद, बजरंग और अन्य पहलवानों ने आंदोलन का नेतृत्व किया। इस आंदोलन ने भारतीय कुश्ती में महत्वपूर्ण बदलाव लाने का प्रयास किया। बृजभूषण के करीबी संजय सिंह को WFI के अध्यक्ष के रूप में चुने जाने के बाद, बजरंग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अपना पद्मश्री अवॉर्ड लौटाने का ऐलान किया।

बजरंग की खेल यात्रा

बजरंग पूनिया ने अपने करियर में कई उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता और बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल भी जीता। लेकिन हाल ही में, उन्हें एशियन गेम्स में बिना ट्रायल के शामिल होने के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा।

एशियन गेम्स में प्रदर्शन

बजरंग को पिछले साल एशियन गेम्स में सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद ब्रॉन्ज मेडल मैच में भी उन्हें जापानी पहलवान के. यामागुची से हार मिली। इस हार के बाद सोशल मीडिया पर कई लोग भड़क उठे थे, क्योंकि उन्होंने किसी प्रतिस्पर्धी मुकाबले में हिस्सा नहीं लिया था।

Sandeep Kumar

संदीप कुमार, एक अनुभवी हिंदी समाचार लेखक हैं, जिन्हें मीडिया इंडस्ट्री में करीब 5 साल का एक्सपीरिएंस है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक डिजीटल समाचार वेबसाइट chopal TV से की थी, जहां उन्होंने ऑटो, टेक और बिजनेस समेत कई सेक्शन में काम किया। इन्हें टेक्नोलॉजी, ऑटोमोबाइल और बिजनेस से जुड़ी न्यूज लिखना, पढ़ना काफी पसंद है। इन्होंने इन सभी सेक्शन को बड़े पैमाने पर कवर किया है और पाठकों लिए बेहद शानदर रिपोर्ट पेश की हैं। संदीप कुमार, पिछले 1.5 महीने से लोकल हरियाणा पर पाठकों तक सही व स्टीक जानकारी पहुंचाने का प्रयास कर रहे है।

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