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हरियाणा में आचार संहिता लागू, क्या चुनाव के बाद मिलेगा एयरपोर्ट और नए अस्पताल का सपना

हरियाणा में विधानसभा चुनाव का ऐलान होते ही आचार संहिता लागू हो चुकी है, जिसके चलते कई विकास परियोजनाओं पर अस्थायी रोक लग गई है। हिसार जिले के 7 विधानसभा सीटों पर 1 अक्टूबर को वोटिंग होगी और 4 अक्टूबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे। आचार संहिता के लागू होते ही एयरपोर्ट से फ्लाइट, नए बस स्टैंड, नए नागरिक अस्पताल भवन, एलिवेटेड रोड और दिल्ली रोड को 6 लेन करने जैसी महत्वपूर्ण परियोजनाएं प्रभावित हुई हैं।

हिसार की प्रमुख परियोजनाएं और उनका भविष्य

आचार संहिता लागू होने से पहले हिसार के विधायक और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने सितंबर से हवाई उड़ानें शुरू करने का सपना दिखाया था। इसके लिए एयरपोर्ट को लाइसेंस देने की प्रक्रिया चल रही थी और लाइसेंस मिलने के बाद सबसे पहले अयोध्या के लिए हवाई सेवा शुरू करने का दावा किया जा रहा था। एयरपोर्ट के उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निमंत्रण भी दिया गया था, लेकिन अब आचार संहिता के कारण यह कार्य पूरा होना संभव नहीं दिख रहा।

शहर के लिए नए बस अड्डे और नए नागरिक अस्पताल भवन का शिलान्यास भी सितंबर के पहले सप्ताह में करने की योजना थी। इसके साथ ही, यातायात जाम से निजात दिलाने के लिए ऐलिवेटेड रोड बनाने की योजना पर भी चुनाव के बाद ही काम शुरू हो सकेगा। दिल्ली रोड को फव्वारा चौक से जिंदल चौक तक 6 लेन करने का प्रस्ताव भी फिलहाल अधर में लटक गया है। अब इन सभी परियोजनाओं का भविष्य नई सरकार के गठन के बाद ही तय होगा।

कमल गुप्ता की प्रतिक्रिया

हिसार के विधायक और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने कहा, “एयरपोर्ट के लिए लाइसेंस प्रक्रिया जारी है। मुझे लगता है कि इसमें कोई बाधा नहीं आनी चाहिए। आचार संहिता के कारण कोई बाधा आई भी तो कुछ देरी होगी, लेकिन हवाई सेवा जरूर शुरू होगी। हमारी तीसरी बार की सरकार नवंबर में हवाई सेवाएं शुरू कर देगी।”

हांसी को पूर्ण जिला बनाने की मांग अधूरी

हिसार के हांसी में पूर्ण जिला बनाए जाने की मांग भी सरकार के इस कार्यकाल में पूरी नहीं हो पाई। आचार संहिता के लागू होते ही इस मांग को लेकर लोगों में निराशा छा गई है। हांसी को जिला बनाने की मांग 2013 से की जा रही है। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 2016 में हांसी को पुलिस जिला घोषित किया था, लेकिन पूर्ण जिला बनने का इंतजार अब भी जारी है।

कांग्रेस के लिए चुनावी चुनौती

हिसार जिले की 7 विधानसभा सीटों में से हिसार, हांसी, नलवा और आदमपुर में भाजपा के विधायक हैं, जबकि उकलाना, बरवाला और नारनौंद में जजपा के विधायक हैं। कांग्रेस का जिले में एक भी विधायक नहीं है। 2019 के चुनाव में कांग्रेस के कुलदीप बिश्नोई आदमपुर से विधायक बने थे, लेकिन 2022 में उन्होंने कांग्रेस छोड़कर भाजपा ज्वाइन कर ली और बाद में उपचुनाव में उनके बेटे भव्य बिश्नोई भाजपा विधायक बने। इस बार कांग्रेस के सामने खाता खोलने की चुनौती होगी, जबकि भाजपा और जजपा के लिए अपनी सीटें बरकरार रखने का संघर्ष होगा।

Sandeep Kumar

संदीप कुमार, एक अनुभवी हिंदी समाचार लेखक हैं, जिन्हें मीडिया इंडस्ट्री में करीब 5 साल का एक्सपीरिएंस है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक डिजीटल समाचार वेबसाइट chopal TV से की थी, जहां उन्होंने ऑटो, टेक और बिजनेस समेत कई सेक्शन में काम किया। इन्हें टेक्नोलॉजी, ऑटोमोबाइल और बिजनेस से जुड़ी न्यूज लिखना, पढ़ना काफी पसंद है। इन्होंने इन सभी सेक्शन को बड़े पैमाने पर कवर किया है और पाठकों लिए बेहद शानदर रिपोर्ट पेश की हैं। संदीप कुमार, पिछले 1.5 महीने से लोकल हरियाणा पर पाठकों तक सही व स्टीक जानकारी पहुंचाने का प्रयास कर रहे है।

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