Ayushman Card News: मोबाइल से ऐसे बना सकते है 70 साल के बुजुर्ग आयुष्मान कार्ड, हिंदी में जाने पूरी प्रक्रिया
केंद्र सरकार ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB PM-JAY) का विस्तार करते हुए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। अब 70 साल और उससे अधिक उम्र के सभी बुजुर्ग, चाहे उनकी आय कोई भी हो, आयुष्मान कार्ड बनवाकर 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज देश के किसी भी अस्पताल में करा सकते हैं। यह कदम बुजुर्गों के स्वास्थ्य संबंधी खर्चों को कम करने के लिए उठाया गया है, जो अक्सर बढ़ते हैं।
Main Points
- 1 आयुष्मान भारत योजना क्या है?
- 2 योजना का विस्तार
- 3 कौन-कौन लाभ उठा सकता है?
- 4 कार्ड बनवाने की प्रक्रिया
- 5 ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
- 6 आयुष्मान कार्ड के लिए आवश्यक दस्तावेज
- 7 योजना की विशेषताएँ
- 8 कौन-कौन सी बीमारियों का होगा इलाज?
- 9 योजना का वित्त पोषण
- 10 क्या सभी बुजुर्ग इस योजना का लाभ ले सकते हैं?
- 11 निजी स्वास्थ्य बीमा धारकों के लिए
- 12 योजना का महत्व
आयुष्मान भारत योजना क्या है?
आयुष्मान भारत योजना, जिसे संक्षेप में एबी पीएम-जेएवाई भी कहा जाता है, भारत सरकार की एक स्वास्थ्य बीमा योजना है। इसके तहत गरीब परिवारों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज कराने की सुविधा दी जाती है। अब इस योजना का लाभ 70 साल से ऊपर के सभी बुजुर्गों को भी मिलेगा। इससे पहले, यह योजना केवल आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए थी।
योजना का विस्तार
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इस योजना के विस्तार को मंजूरी दी है, जिससे लगभग 6 करोड़ बुजुर्ग लाभान्वित होंगे। इससे पहले, यह योजना 12.34 करोड़ परिवारों के 55 करोड़ लोगों को कवर करती थी। अब सरकार ने सभी आय वर्ग के बुजुर्गों को इसमें शामिल किया है।
कौन-कौन लाभ उठा सकता है?
इस योजना का लाभ सभी बुजुर्गों को मिलेगा, चाहे वे सरकारी कर्मचारी हों, केंद्रीय सुरक्षा बल के सदस्य हों, या भूतपूर्व सैनिक। अगर किसी परिवार में पति-पत्नी दोनों 70 साल या उससे अधिक उम्र के हैं, तो उन्हें अलग-अलग आयुष्मान कार्ड मिलेंगे।
कार्ड बनवाने की प्रक्रिया
बुजुर्गों को आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए किसी दफ्तर या कंप्यूटर सेंटर का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। वे अपने मोबाइल से आवश्यक दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र और राशन कार्ड के साथ ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
आयुष्मान भारत योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की प्रक्रिया निम्नानुसार है:
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
- आयुष्मान भारत की आधिकारिक वेबसाइट (https://pmjay.gov.in/) पर जाएं
- होमपेज पर “Apply Online” या “Get Ayushman Card” पर क्लिक करें
- अपना राज्य और जिला चुनें
- अपना नाम, मोबाइल नंबर और आधार कार्ड नंबर दर्ज करें
- OTP के लिए अपने मोबाइल नंबर पर भेजे गए कोड को दर्ज करें
- अपने आधार कार्ड की फोटो अपलोड करें
- सभी जरूरी दस्तावेजों को अपलोड करें जैसे निवास प्रमाण, राशन कार्ड आदि
- आवेदन फॉर्म भरकर सबमिट कर दें
- आपका आयुष्मान कार्ड 24 घंटों के अंदर बन जाएगा
आयुष्मान कार्ड के लिए आवश्यक दस्तावेज
आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- राशन कार्ड
- रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर
इन दस्तावेजों के साथ, बुजुर्ग आसानी से अपने मोबाइल से आवेदन कर सकते हैं।
योजना की विशेषताएँ
इस योजना के तहत, जिनके पास आयुष्मान कार्ड होगा, वे मुफ्त में चिकित्सा जांच, डॉक्टर से सलाह, और अस्पताल में भर्ती होने पर सभी खर्चों से मुक्त होंगे। दवाइयाँ और चिकित्सा उपकरण भी मुफ्त में उपलब्ध होंगे।
कौन-कौन सी बीमारियों का होगा इलाज?
आयुष्मान भारत योजना के तहत गंभीर बीमारियों जैसे कैंसर, हृदय रोग, किडनी, फेफड़े की समस्याएँ, और मोतियाबिंद का मुफ्त इलाज किया जाएगा। देश के 29,000 से अधिक लिस्टेड अस्पतालों में लोग अपना इलाज फ्री में करा सकते हैं।
योजना का वित्त पोषण
इस योजना के लिए सरकार ने 3,437 करोड़ रुपये का प्रारंभिक बजट निर्धारित किया है। इसमें राज्यों का योगदान 40% और केंद्र का 60% होगा। पहाड़ी और उत्तर-पूर्वी राज्यों के लिए यह अनुपात 90% केंद्र का होगा।
क्या सभी बुजुर्ग इस योजना का लाभ ले सकते हैं?
जी हाँ, आयुष्मान भारत योजना का लाभ सभी 70 साल और उससे अधिक उम्र के बुजुर्ग ले सकते हैं। चाहे वे किसी भी आर्थिक स्थिति में हों, उन्हें इस योजना के तहत स्वास्थ्य बीमा का लाभ मिलेगा।
निजी स्वास्थ्य बीमा धारकों के लिए
अगर किसी बुजुर्ग ने निजी स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी ले रखी है, तो वे भी आयुष्मान भारत योजना का लाभ ले सकते हैं। इससे उनकी मौजूदा पॉलिसी के साथ कोई टकराव नहीं होगा।
योजना का महत्व
यह योजना भारत में वृद्ध जनसंख्या की बढ़ती संख्या के बीच एक महत्वपूर्ण कदम है। भारत में 60 साल से ऊपर की जनसंख्या 2011 में 8.6% थी, जो 2050 तक 19.5% तक पहुँचने की संभावना है। ऐसे में, इस योजना का विस्तार बुजुर्गों के लिए एक सामाजिक सुरक्षा जाल का काम करेगा।