earthquake: हरियाणा, राजस्थान व दिल्ली में भूकंप से कांपी धरती, इस भूकंप की गहराई 33 किलोमीटर थी
बुधवार को दोपहर 12:58 बजे दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। इस भूकंप का केंद्र पाकिस्तान में था, जहां रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.8 मापी गई। इस भूकंप की गहराई 33 किलोमीटर थी, और इसके झटके इस्लामाबाद और लाहौर जैसे शहरों में भी महसूस किए गए।
प्रभावित क्षेत्र और विस्तृत जानकारी
दिल्ली-एनसीआर के अलावा, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब और जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों में भी हल्के झटके महसूस किए गए। अफगानिस्तान के कई इलाके भी इन झटकों से हिल गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, भूकंप का केंद्र 70.52 डिग्री पूर्वी देशांतर और 31.25 डिग्री उत्तरी अक्षांश पर स्थित था।
हाल के दिनों में लगातार झटके
गौरतलब है कि पिछले दो हफ्तों में यह दूसरी बार है जब दिल्ली और इसके आसपास के क्षेत्रों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। इससे पहले भी 5 सितंबर को दिल्ली-एनसीआर में हल्का भूकंप आया था, जिसका केंद्र नेपाल में था।
भूकंप के कारण और प्रभाव
धरती की सतह पर होने वाले भूकंप टेक्टोनिक प्लेट्स की हलचल के कारण होते हैं। जब ये प्लेट्स एक-दूसरे से टकराती या रगड़ खाती हैं, तो ऊर्जा निकलती है, जिससे जमीन हिलने लगती है। रिक्टर स्केल पर 5.8 की तीव्रता का भूकंप मध्यम श्रेणी का माना जाता है, जिसमें संरचनात्मक क्षति कम होती है, लेकिन उच्च तीव्रता के क्षेत्र के निकट खतरा बढ़ सकता है।
भूकंप की तीव्रता और उसका प्रभाव
रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता को 1 से 9 तक मापा जाता है। 5 से 5.9 की तीव्रता वाले भूकंप में घर का सामान हिल सकता है, लेकिन कोई भारी नुकसान नहीं होता। वहीं, 6 या उससे अधिक की तीव्रता पर बड़ी इमारतों को नुकसान हो सकता है।