हरियाणा की बेटी मनु भाकर का जलवा, ओलंपिक में दो मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला
झज्जर के गांव गोरिया गांव की बेटी, शूटर मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में एक बार फिर इतिहास रच दिया। उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में कांस्य पदक जीता। इस जीत के बाद उनके गांव में खुशियों की होली मनाई गई। परिजनों और गांव वाले एक दूसरे को होली के रंग लगाकर अपनी खुशी जाहिर की।
मनु भाकर की इस जीत से उनका गांव ही बल्कि पूरा देश आज खुश है। वहीं, इस जश्न में मनु की दादी भी झुमती हुई नजर आईं। कहा जा रहा है कि मनु भाकर एक ही ओलंपिक में दो मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गई हैं।
मनु भाकर एक साधे-सादे परिवार से ताल्लुक रखती हैं, जो फिलहाल फरीदाबाद में अपने परिवार के साथ रहती हैं। मनु को अपनी मां के हाथों का बना चूरमा खाना काफी भाता है।
भारतीय जोड़ी ने किया कमाल
मंगलवार को मनु और सरबजोत की भारतीय जोड़ी ने 10 मीटर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट के ब्रॉन्ज मेडल मैच में कोरिया को हराया। दो दिन पहले भी मनु भाकर ने व्यक्तिगत स्पर्धा में भी कांस्य पदक जीता था।
आज उनके गांव में चारों तरफ जश्न का माहौल बना हुआ है। मनु के इस जीत के बाद गांव और परिवार को अब गोल्ड मेडल की भी आस है, क्योंकि अभी उनका एक इवेंट अभी होना बाकी है।
कोरिया के खिलाफ ब्रॉन्ज मेडल का मुकाबला
बता दें कि आज कोरिया के खिलाफ ब्रॉन्ज मेडल का मुकाबला भारत के लिए आसान नहीं था। इसमें शुरुआत खराब रही थी और पहली सीरीज भारतीय जोड़ी हार गई थी। इसके बाद दमदार वापसी के साथ फिर अगली चार सीरीज जीतीं।
कहा जा रहा है कि यह बढ़त निर्णायक साबित हुई और फिर मनु ने दूसरी से पांचवीं सीरीज में 10.7, 10.4,10-7 और 10.5 का स्कोर किया।
इससे पहले मनु भाकर और सरबजोत सिंह ने एक दिन पहले ही 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट के ब्रॉन्ज मेडल मैच के लिए अपना टिकट कटाया था। दोनों ने क्वालिफिकेशन राउंड में पूरे 20 परफेक्ट शॉट लगाए थे और उसके जरिए 580 पॉइंट हासिल किए थे।
मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में कुल दो पदक जीते हैं। उन्होंने पहले व्यक्तिगत स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था और अब मिक्स्ड टीम इवेंट में भी कांस्य पदक अपने नाम किया है।
मनु भाकर स्वतंत्रता के बाद की पहली ऐसी भारतीय खिलाड़ी हैं, जिन्होंने एक ही ओलंपिक में दो पदक जीते हैं। इससे पहले स्वतंत्रता के बाद केवल चार भारतीय खिलाड़ियों ने ही ओलंपिक में दो पदक जीते थे।