Haryana Election News Today: भजन गायक कन्हैया मित्तल भाजपा को छोड़ कांग्रेस में शामिल
हरियाणा विधानसभा चुनाव के बीच भाजपा को एक बड़ा झटका लगा है। प्रसिद्ध भजन गायक कन्हैया मित्तल ने कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा की है। यह कदम भाजपा के लिए चौंकाने वाला है, खासकर तब जब मित्तल पंचकूला सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने की इच्छा जताते रहे थे।
Main Points
कन्हैया मित्तल का भाजपा से इस्तीफा
कन्हैया मित्तल, जिन्होंने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 से पहले ‘जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे’ गाना गाया था, भाजपा के कार्यक्रमों में अक्सर नजर आते थे। उनका यह गाना काफी लोकप्रिय हुआ था और भाजपा के कई प्रचार अभियानों में शामिल किया गया था। हालांकि, भाजपा ने पंचकूला सीट से ज्ञानचंद गुप्ता को दोबारा टिकट दिया है, जिससे मित्तल को निराशा हुई।
कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा
कन्हैया मित्तल ने दैनिक भास्कर के रिपोर्टर चेतन सिंह से बातचीत में कहा कि उन्होंने भाजपा से टिकट की उम्मीद कभी नहीं की थी। मित्तल ने अपने बयान में कहा कि वे कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं, हालांकि तारीख और समय अभी तय नहीं है। उन्होंने यह भी अपील की कि लोग एक दल को सनातन का प्रतीक न मानें, क्योंकि उनका मानना है कि सनातन हर जगह मौजूद है।
Today Haryana Election News: हरियाणा कांग्रेस उम्मीदवारों की तीसरी लिस्ट हुई वायरल, देखें अपडेट
भाजपा के लिए यह खबर कितनी महत्वपूर्ण है?
भजनों और धार्मिक गीतों से लोकप्रियता हासिल करने वाले कन्हैया मित्तल का भाजपा से कांग्रेस में जाना भाजपा के लिए एक बड़ा झटका है। इस कदम से न केवल भाजपा को प्रचार में कमी आएगी, बल्कि यह भाजपा के स्थानीय चुनावी समीकरणों को भी प्रभावित कर सकता है। मित्तल की लोकप्रियता और उनके गाने भाजपा के प्रचार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा थे, और उनके कांग्रेस में शामिल होने से पार्टी को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
कांग्रेस की रणनीति में बदलाव
कांग्रेस के लिए, कन्हैया मित्तल का पार्टी में शामिल होना एक रणनीतिक लाभ हो सकता है। मित्तल की लोकप्रियता और उनके भजनों का बड़ा फैन बेस कांग्रेस के लिए एक सकारात्मक संकेत हो सकता है। यह कांग्रेस को भाजपा के खिलाफ एक नया प्रचार विकल्प प्रदान करेगा और संभवतः उन्हें कुछ अतिरिक्त वोट भी दिला सकता है।
आगे की राह
कन्हैया मित्तल के कांग्रेस में शामिल होने की प्रक्रिया और उनकी नई भूमिका की जानकारी आने वाले दिनों में स्पष्ट होगी। यह देखना दिलचस्प होगा कि उनका यह कदम हरियाणा विधानसभा चुनाव के परिणामों को कैसे प्रभावित करता है और कांग्रेस की चुनावी संभावनाओं पर क्या असर डालता है।