25 जुलाई 2024 को हरियाणा में सरकारी डॉक्टरों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की थी। यह हड़ताल हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन (HCMSA) द्वारा की गई थी। डॉक्टरों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर यह हड़ताल की थी। इस हड़ताल के कारण राज्य के सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई थीं। मरीजों को उपचार के लिए इधर-उधर भटकना पड़ा।
27 जुलाई 2024 को हरियाणा के सरकारी डॉक्टरों ने अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल खत्म करने का फैसला लिया। यह निर्णय मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव अमित अग्रवाल के साथ हुई बैठक के बाद लिया गया। इस बैठक में डॉक्टरों की प्रमुख मांगों पर सहमति बन गई।
Main Points
बैठक की जानकारी
एचसीएमएसए (हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन) के अध्यक्ष राजेश ख्यालिया ने बताया कि शुक्रवार देर रात हुई बैठक में सरकार ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि सरकार ने आश्वासन दिया है कि सभी मांगों को 15 अगस्त से पहले पूरा कर लिया जाएगा।
डॉक्टरों की प्रमुख मांगें
डॉक्टरों ने अपनी हड़ताल के दौरान कई मांगें उठाई थीं। इनमें से कुछ प्रमुख मांगें निम्नलिखित थीं:
- अलग कैडर का गठन: डॉक्टरों का एक अलग कैडर बनाया जाएगा, जिससे उनकी पहचान और स्थिति मजबूत होगी।
- सीधी भर्ती की आवश्यकता नहीं: कैडर बनने से एसएमओ (सिविल मेडिकल ऑफिसर) की सीधी भर्ती की मांग की जरूरत नहीं पड़ेगी।
- ग्रेड पे में वृद्धि: एश्योर्ड करियर प्रोग्रेशन की मांग को छोड़कर, डॉक्टरों का ग्रेड पे बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।
- मासिक भत्ते में वृद्धि: डॉक्टरों के मासिक भत्ते को भी बढ़ाया जाएगा, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
- नोटिफिकेशन जारी करने की तिथि: सभी मांगों के लिए 15 अगस्त तक नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा।
जनता की प्रतिक्रिया
डॉक्टरों की हड़ताल खत्म होने पर जनता ने राहत की सांस ली। पिछले कुछ दिनों में अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं ठप हो गई थीं। मरीजों को उपचार के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। अब, हड़ताल खत्म होने के बाद, सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं फिर से शुरू हो गई हैं।
सरकार का आश्वासन
सरकार ने डॉक्टरों के साथ मिलकर काम करने का आश्वासन दिया है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वे डॉक्टरों की समस्याओं को गंभीरता से लेंगे और भविष्य में ऐसी स्थिति से बचने के लिए प्रयास करेंगे।
भविष्य की योजनाएं
सरकार ने यह भी घोषणा की है कि डॉक्टरों की समस्याओं को हल करने के लिए एक समिति का गठन किया जाएगा। इस समिति में डॉक्टरों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। इससे यह सुनिश्चित होगा कि भविष्य में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हो सके।