यौन शोषण मामले में पुलिस पर लगे आरोप, परिवार ने की न्याय की गुहार
जिले के एक गांव की नाबालिग यौन पीड़िता के पिता और दादा ने आज प्रैस कांफ्रेंस में पुलिस पर आरोपी को गिरफ्तार नहीं करने का आरोप लगाया है। पीड़िता के पिता ने आज एक निजी होटल में पत्रकारों के समक्ष बताया कि उनकी बेटी एक कोचिंग सेंटर में जाती थी तो जिला के गांव गुलावला निवासी युवराज ने उसकी इंस्टाग्राम आईडी पर उसकी बेटी से दोस्ती करके चैट करने लगा।
फिर एक दिन, युवराज ने बहलाकर उसकी बेटी को एक होटल में ले जाने की कोशिश की। लेकिन जब होटल मालिक ने कम आयु होने के कारण कमरा देने से मना कर दिया, तो युवराज ने फर्जी आईडी का सहारा लेकर कमरा बुक किया। वहां पर, उसने लड़की के साथ दुष्कर्म किया और उसकी अर्धनग्न फोटो और वीडियो अपने मोबाइल में खींच ली। पीड़िता के पिता ने बताया कि इसके बाद युवराज ने उनकी बेटी को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया।
उन्होंने बताया कि 12 जून को जब उनकी बेटी और पत्नी दुकान से सामान लेकर वापस आ रही थीं, तो युवराज ने रास्ते में उनकी बेटी के साथ अश्लील हरकत की। जब उनकी पत्नी ने इसका विरोध किया और शोर मचाया, तो युवराज के साथ आए एक और युवक ने उनकी पत्नी को भी धमकाया और पिस्तौल दिखाकर डराया। पीड़िता के पिता ने इस घटना की सूचना 112 पर पुलिस को दी। पुलिस मौके पर आई और युवराज को पकड़ लिया, लेकिन बाद में बिना किसी कार्रवाई के उसे छोड़ दिया।
पीड़िता के पिता और दादा ने पुलिस को चेतावनी दी है कि अगर परिवार के किसी सदस्य के साथ कुछ भी अनहोनी होती है, तो पुलिस को जिम्मेदार ठहराया जाएगा। इस घटना के बाद पीड़िता और उसकी मां सदमे में हैं। पत्रकारवार्ता में पीड़िता के पिता और दादा के साथ अन्य गांवों के लगभग एक दर्जन व्यक्ति भी उपस्थित थे। पीड़िता के दादा ने कहा कि जब तक आरोपी गिरफ्तार नहीं होता, वो आमरण अनशन शुरू करेंगे।
इस मामले में पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि 13 जून को मजिस्ट्रेट के समक्ष पीड़िता के बयान दर्ज किए गए थे। इसके बाद, 17 जून को पीड़िता की तरफ से एक और शिकायत महिला थाना में दर्ज कराई गई, जिस पर पुलिस ने जांच कर 26 जून को अभियोग में पॉक्सो एक्ट की धारा जोड़ दी है।