3 साधु नहीं सुना पाए हनुमान चालीसा तो शख्स को आया गुस्सा, साधुओं के साथ किया ऐसा की जानकर हर कोई हैरान
Crime News: मेरठ के प्रह्लादनगर में शुक्रवार की दोपहर का समय था जब एक अप्रत्याशित घटना घटी। तीन साधु वहां घूम रहे थे, जिन्हें स्थानीय लोगों ने संदिग्ध समझकर रोक लिया और उनसे हनुमान चालीसा सुनाने की मांग की। परंतु साधु हनुमान चालीसा नहीं सुना पाए और इसी वजह से वहां मौजूद लोगों ने उनके साथ मारपीट की।
Main Points
घटना का विवरण
प्रह्लादनगर में तीन साधु शुक्रवार दोपहर मंदिर के पास घूम रहे थे। स्थानीय लोगों को शक हुआ और उन्होंने साधुओं से हनुमान चालीसा सुनाने को कहा। कोई भी साधु हनुमान चालीसा नहीं सुना पाया, जिससे लोगों का शक और बढ़ गया। इसके बाद उनसे धर्म से संबंधित सवाल पूछे गए, लेकिन वे संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके। इसी वजह से लोगों ने उन्हें बंधक बना लिया और पिटाई कर दी।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों साधुओं को हिरासत में लिया। पूछताछ और सामान की जांच के दौरान एक युवक ने अपना नाम सुनील बताया, लेकिन उसके पास आधार कार्ड पर समीर नाम लिखा था। दूसरे का नाम गौरव था, लेकिन उसके पास जो आधार कार्ड था, वह 12 साल के बच्चे का था। तीसरे युवक ने अपना नाम गोपीनाथ बताया, परंतु उसके पास कोई पहचान पत्र नहीं था।
हरियाणा से सत्यापन
मेरठ पुलिस ने इन साधुओं का सत्यापन हरियाणा पुलिस से कराया। सत्यापन में तीनों के नाम-पते सही पाए गए। तीनों साधु सुनील कुमार, गौरव कुमार और गोपीनाथ हरियाणा के जमुनानगर के जगाधरी के निवासी निकले। इसके बाद पुलिस ने तीनों को उनके घरों के लिए रवाना कर दिया।
आरोपियों की पहचान और कार्रवाई
साधुओं से मारपीट करने वाले आरोपियों की पहचान के लिए पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। मेरठ पुलिस ने मारपीट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया है। लखनऊ से भी इस मामले का संज्ञान लिया गया है और मेरठ पुलिस को आरोपियों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
पुलिस का बयान
सीओ कोतवाली आशुतोष कुमार ने बताया कि साधुओं के संबंध में हरियाणा में संबंधित थाना पुलिस से सत्यापन करा लिया गया है और कोई संदिग्ध बात नहीं पाई गई। मारपीट करने वाले लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ शांतिभंग की कार्रवाई की जाएगी।