Haryana Van Mitra Yojana Details: हरियाणा सरकार और वन विभाग मिलकर प्रदेश में वन क्षेत्र को बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। इस दिशा में सरकार ने नई वन मित्र योजना शुरू की है, जिसका उद्देश्य न केवल हरियाली बढ़ाना है बल्कि गरीब और बेरोजगार लोगों को रोजगार भी प्रदान करना है। आइए जानते हैं इस योजना के बारे में विस्तार से।
वन मित्र योजना का उद्देश्य
वन मित्र योजना का मुख्य उद्देश्य हरियाणा में हरियाली को बढ़ावा देना और पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखना है। इसके तहत बेरोजगार और गरीब लोग वन मित्र बन सकते हैं और अतिरिक्त आय कमा सकते हैं। इस योजना में पेड़ लगाने और उनकी देखभाल के लिए सरकार द्वारा मानदेय दिया जाएगा।
कैसे मिलेगा वन मित्र को पैसा
करनाल जिला उपायुक्त उत्तम सिंह ने जानकारी दी कि यह योजना जून महीने से शुरू की गई है। जो भी व्यक्ति वन मित्र बनेगा, उसे जियो टैगिंग मोबाइल ऐप पर 1 गड्ढे का फोटो अपलोड करने पर प्रति गड्ढा 20 रुपये मिलेगा। जुलाई और अगस्त में प्रति पौधा 30 रुपये दिया जाएगा। सितंबर में पौधों के रखरखाव के लिए 10 रुपये प्रति जीवित पौधा मिलेगा। दूसरे वर्ष में प्रति जीवित पौधा 8 रुपये हर महीने और तीसरे वर्ष में 5 रुपये प्रति जीवित पौधा हर महीने दिया जाएगा। चौथे वर्ष में प्रति जीवित पौधा 3 रुपये हर महीने दिया जाएगा।
कैसे करें आवेदन
वन मित्र बनने के लिए वार्षिक आय 180000 से कम होनी चाहिए और परिवार पहचान पत्र होना अनिवार्य है। आवेदन के लिए हरियाणा सरकार के वन मित्र पोर्टल या मोबाइल ऐप पर पंजीकरण करना होगा। पंजीकरण के लिए फोन नंबर, परिवार पहचान पत्र, बैंक खाता और आधार कार्ड की आवश्यकता होगी।
वन मित्र की जिम्मेदारियां
वन मित्र बनने के बाद कुछ जिम्मेदारियां निभानी होंगी। भूमि की पहचान और व्यवस्था करना, पौधारोपण के लिए गड्ढे खोदना और पौधों की देखभाल करना आवश्यक है। भूमि अगर अपने स्वामित्व में नहीं है तो मालिक से अनुमति लेना होगा।
वन मित्र को मिलेगी ट्रेनिंग
वन मित्र बनने के लिए वन विभाग द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें पौधारोपण की तकनीक, रखरखाव और संरक्षण के बारे में जानकारी दी जाएगी। वनरक्षक, वन दरोगा और रेंज अधिकारी द्वारा यह प्रशिक्षण दिया जाएगा। पौधों के बड़े होने के बाद उनकी सफलता का मूल्यांकन भी इन्हीं अधिकारियों द्वारा किया जाएगा।
योजना का लाभ
इस योजना से न केवल गरीब और बेरोजगार लोगों को रोजगार मिलेगा बल्कि प्रदेश में वन क्षेत्र बढ़ेगा और पर्यावरण स्वच्छ रहेगा। यह योजना चार साल तक चलेगी, जिसमें वन मित्र सरकार से पैसे प्राप्त कर प्रदेश को हरा भरा बनाने में योगदान दे सकते हैं।