Haryana News: सावन का महीना 22 जुलाई से शुरू होने वाला है और इस बार कांवड़ यात्रा में शिव भक्तों की भीड़ हरिद्वार की ओर बढ़ने लगेगी। लेकिन इसके साथ ही, प्रशासन ने एक अहम निर्णय लिया है – डीजे संचालकों को डीजे बजाने से रोक दिया गया है। इस निर्णय के अनुसार, यदि किसी वाहन पर डीजे बजाया जाता है, तो उसे चालान किया जाएगा और वाहन भी जब्त कर लिया जाएगा।
डीएसपी उमेद सिंह और सिटी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर बीर सिंह ने पार्षदों और डीजे संचालकों से मीटिंग की है, जिसमें उन्होंने पार्षदों से वार्ड के लोगों को समझाने का निवेदन किया है कि डीजे बजाकर कांवड़ न लें। उन्होंने डीजे संचालकों को भी यह सलाह दी है कि उन्हें कांवड़ियों को डीजे न दें, अन्यथा पुलिस उन पर कार्रवाई करेगी।
इस निर्णय के पीछे की वजह समझाते हुए पुलिस ने बताया कि डीजे से वाहनों पर ध्वनि प्रदूषण बढ़ता है, जिससे सड़क हादसों का खतरा भी बढ़ जाता है। डीजे की तेज ध्वनि के कारण अक्सर हादसे होते हैं, जिनसे कांवड़ियों की जान भी जोखिम में पड़ सकती है।
इस निर्णय के खिलाफ डीजे संचालकों का कहना है कि उन्होंने पहले ही डीजे की बुकिंग कर ली है और अब इस निर्णय से उन्हें परेशानी हो रही है। उनका मानना है कि इससे उनका रोजगार भी प्रभावित हो सकता है।
कैथल के डीएसपी उमेद सिंह ने बताया कि उच्च अधिकारियों के निर्देशों के आधार पर किया गया यह फैसला जनता के लिए सुरक्षा का मामला है। वह लोगों से अपील कर रहे हैं कि वे कांवड़ यात्रा के दौरान इस निर्णय का पालन करें, ताकि सफाई और सुरक्षा में कोई कमी न रहे।