दिन भर महिला व्हाट्सऐप पर करती थी अश्लील चैट, जब फोन किया चेक तो उड़ गए पुलिस के भी होश
शनिवार, 10 अगस्त 2024 को कमिश्नरेट पुलिस ने एक सेक्सटॉर्शन गैंग का पर्दाफाश किया, जिसने सोशल मीडिया के जरिए लोगों को ब्लैकमेल कर उनसे लाखों रुपये वसूलने का धंधा चला रखा था। इस गिरोह के 9 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिनमें एक पति-पत्नी की जोड़ी भी शामिल है। ये गिरोह फेसबुक और व्हाट्सऐप के माध्यम से लोगों को फंसाकर उनकी अश्लील वीडियो रिकॉर्ड करता था और फिर उन्हें जेल भिजवाने की धमकी देकर मोटी रकम वसूलता था।
फतेहपुर के गाजीपुर में रहने वाले इंद्रजीत और संध्या इस गिरोह के मुख्य सरगना थे। संध्या ने अपने फेसबुक प्रोफाइल पर अपनी आकर्षक तस्वीरें लगाई हुई थीं, और वह लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजती थी। जब कोई व्यक्ति उसकी रिक्वेस्ट स्वीकार कर लेता, तो वह उससे फेसबुक मैसेंजर पर बातचीत शुरू कर देती थी। जल्द ही वह उनसे अश्लील बातें करने लगती और फिर चालाकी से उनका व्हाट्सऐप नंबर मांग लेती थी। व्हाट्सऐप नंबर मिलते ही उनका असली खेल शुरू हो जाता था। संध्या न्यूड वीडियो कॉल करती, जिसे उसका पति इंद्रजीत रिकॉर्ड कर लेता था। वीडियो रिकॉर्डिंग होते ही संध्या उसे उस व्यक्ति को भेज देती और फिर लाखों रुपये की मांग करने लगती थी।
गिरोह में इंद्रजीत और संध्या के अलावा दशरथ और अनुज नाम के दो अन्य व्यक्ति भी शामिल थे, जो मोबाइल नंबरों का डेटा उपलब्ध कराने का काम करते थे। अश्लील वीडियो बनाने के बाद, गिरोह के अन्य सदस्य पीड़ितों को कॉल करते थे। वे खुद को सीबीआई या क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर बताकर लोगों को धमकाते थे। गैंग के सदस्य पुलिस अधिकारियों की वर्दी में अपनी डीपी लगाते थे और पुलिसिया अंदाज में बात करते थे, जिससे लोग घबरा जाते थे। फिर वे पीड़ित से मामला सेटल करने के लिए मोटी रकम की मांग करते थे। इस गिरोह ने कई मासूम लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने का झांसा देकर भी ठगा।
डीसीपी पश्चिम, राजेश कुमार सिंह ने बताया कि पश्चिम जोन की साइबर टीम ने कल्याणपुर थाना क्षेत्र से इस गैंग के 8 पुरुष और 1 महिला सदस्य को गिरफ्तार किया है। ये लोग व्हाट्सऐप पर कॉल करते थे, और जैसे ही कोई व्यक्ति कॉल उठाता, दूसरी तरफ से एक अर्धनग्न महिला सामने आ जाती थी। उसके बाद, ये लोग उस व्यक्ति की तस्वीरों को जोड़कर उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर देते थे। पुलिस ने जांच में पाया कि इस गिरोह ने ब्लैकमेल के जरिए लगभग 17 लाख रुपये वसूल किए हैं। गिरफ्तार किए गए 6 सदस्य फतेहपुर जिले के हैं, जबकि 3 सदस्य कानपुर के हैं।
पुलिस ने बताया कि इस गैंग के सदस्यों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की जाएगी। इस गिरोह का पर्दाफाश करने वाली पुलिस टीम को 25,000 रुपये का इनाम भी दिया जाएगा। पुलिस ने जनता को आगाह किया है कि वे अनजान लोगों से सोशल मीडिया पर संपर्क करने से बचें और अपने निजी डेटा को सुरक्षित रखें।