क्यों हरियाणा में 1 अक्टूबर को ही होगा मतदान, नहीं बदलेगी तारीख, जाने 7 बड़ी वजहें
हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीखों में कोई बदलाव नहीं होगा। चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार, 1 अक्टूबर को मतदान होगा और 4 अक्टूबर को वोटों की गिनती की जाएगी। यह जानकारी 29 अगस्त 2024 को सामने आई है।
Main Points
चुनाव आयोग का निर्णय
चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि पहले से निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही चुनाव होंगे। इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) और सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने चुनाव की तारीख बदलने के लिए आयोग को पत्र लिखा था। दोनों दलों ने छुट्टियों का हवाला देते हुए मतदान की तारीख को आगे बढ़ाने की गुजारिश की थी।
इनेलो की चिंताएं
इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर एक अक्टूबर को होने वाले मतदान की तारीख को आगे बढ़ाने की मांग की थी। उन्होंने बताया कि मतदान के दिन से पहले दो राजपत्रित छुट्टियां हैं – 28 सितंबर (शनिवार) और 29 सितंबर (रविवार)। इसके अलावा, एक अक्टूबर को भी मतदान अवकाश है, और उसके बाद दो राजपत्रित छुट्टियां हैं – 2 अक्टूबर (महात्मा गांधी जयंती) और 3 अक्टूबर (महाराजा अग्रसेन जयंती)।
मतदान पर प्रभाव
अभय चौटाला ने चिंता जताई कि लंबे सप्ताहांत के कारण लोग छुट्टियों पर जा सकते हैं, जिससे मतदान प्रतिशत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने अनुमान लगाया कि मतदान प्रतिशत में 15 से 20 प्रतिशत की कमी हो सकती है। इसके अलावा, चुनाव की तैयारी और कर्मचारियों के प्रशिक्षण पर भी इसका प्रतिकूल असर पड़ेगा।
चुनाव की तैयारियाँ
चुनाव आयोग ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए सभी तैयारियाँ पूरी कर ली हैं। कुल 90 सीटों के लिए 1 अक्टूबर को मतदान होगा। इसके लिए 20,429 पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। नामांकन की प्रक्रिया 12 सितंबर से शुरू होगी, और नामांकन पत्रों की जांच 13 सितंबर को की जाएगी। 16 सितंबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे।
चुनावी माहौल
हरियाणा की राजनीति में इस बार त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा। बीजेपी, कांग्रेस, और इनेलो के बीच कड़ी टक्कर हो सकती है। चुनाव आयोग ने यह भी बताया कि हरियाणा एथलीटों की भूमि है, और चुनावी प्रक्रिया को सुचारू बनाने के लिए बहुमंजिला इमारतों में पोलिंग बूथ बनाए जाएंगे।