विनेश फोगाट का ओलिंपिक में सिल्वर मेडल सपना टूटा, CAS ने याचिका खारिज की, 17 अगस्त को हरियाणा में होगा ग्रैंड वेलकम
विनेश फोगाट का ओलिंपिक में सिल्वर मेडल हासिल करने का सपना टूट गया है। 13 अगस्त 2024 को कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) ने उनकी याचिका को खारिज कर दिया। विनेश ने फाइनल मुकाबले में अयोग्य करार दिए जाने के खिलाफ अपील की थी, लेकिन CAS ने इसे स्वीकार नहीं किया। हालांकि, ज्यूरी के पांच में से तीन मेंबर इस बात से सहमत थे कि विनेश को सिल्वर मेडल दिया जाना चाहिए।
क्या था पूरा मामला?
विनेश फोगाट ने 50 किलोग्राम वेट कैटेगरी में ओलिंपिक खेला। उन्होंने एक ही दिन में जापान की ओलिंपिक चैंपियन समेत तीन पहलवानों को हराकर फाइनल में जगह बनाई। लेकिन अगले दिन फाइनल मुकाबले से पहले, उनका वजन 100 ग्राम ज्यादा पाया गया, जिसके कारण उन्हें अयोग्य करार दिया गया। इस घटना के बाद विनेश ने CAS में अपील की, जिसमें उन्होंने फाइनल खेलने की अनुमति मांगी। जब यह संभव नहीं हो सका, तो उन्होंने संयुक्त सिल्वर मेडल की मांग की, लेकिन वह भी खारिज हो गई।
CAS के फैसले पर क्या रही प्रतिक्रियाएं?
इस मामले में खेल पंचाट (CAS) ने कहा कि यह मामला भविष्य में नियमों में बदलाव के लिए एक मिसाल हो सकता है। तीन ज्यूरी मेंबर्स ने तत्काल प्रभाव से विनेश को सिल्वर मेडल देने का समर्थन किया, लेकिन बाकी दो मेंबर्स ने कहा कि एक खिलाड़ी के लिए नियम बदलना सही नहीं होगा। इसलिए उन्होंने सुझाव दिया कि बदलाव अगले सत्र से लागू किए जाएं।
हरियाणा में ग्रैंड वेलकम की तैयारी
विनेश फोगाट 17 अगस्त 2024 को भारत लौट सकती हैं। उनके भाई हरवेंद्र बलाली ने दिल्ली एयरपोर्ट से गांव बलाली तक का रूट तैयार किया है, जहां जगह-जगह उनका स्वागत किया जाएगा। उनके ताऊ महावीर फोगाट ने कहा है कि विनेश का स्वागत गोल्ड मेडलिस्ट की तरह किया जाएगा। परिवार को उम्मीद है कि वे 2028 के ओलिंपिक के लिए फिर से तैयारी शुरू करेंगी।
विनेश का संघर्ष और दर्द
विनेश ने अपने तीनों मुकाबले शानदार तरीके से जीते थे। लेकिन फाइनल के दिन उनका वजन 100 ग्राम ज्यादा होने के कारण उन्हें अयोग्य करार दे दिया गया। भारतीय ओलिंपिक टीम के डॉक्टरों ने उनके वजन को कम करने के लिए पूरी रात मेहनत की, लेकिन वे सफल नहीं हो सके।
फोगाट परिवार के लिए बड़ी चुनौती
विनेश फोगाट का परिवार इस वक्त कठिन दौर से गुजर रहा है। महावीर फोगाट ने कहा कि इस तरह का बर्ताव किसी भी खिलाड़ी को मानसिक रूप से कमजोर कर सकता है। उन्होंने कहा कि परिवार विनेश को संन्यास से रोकने के लिए हर संभव कोशिश करेगा और उन्हें 2028 ओलिंपिक के लिए प्रेरित करेगा।