रेवाड़ी में बाघ का आतंक: 4 दिन में 4 घायल, जानें क्या कर रही है रेस्क्यू टीम
रेवाड़ी, 14 अगस्त 2024: चार दिन पहले राजस्थान के सरिस्का से भागा टाइगर अब हरियाणा के रेवाड़ी जिले के झाबुआ गांव के जंगल में छिपा हुआ है। टाइगर के यहां पहुंचने से ग्रामीणों में डर का माहौल है। इससे पहले, राजस्थान के दो गांवों में इस टाइगर ने चार लोगों को घायल किया था। टाइगर को पकड़ने के लिए लगभग सात टीमें मिलकर रेस्क्यू अभियान चला रही हैं, लेकिन अब तक उसका कुछ पता नहीं चला है।
Main Points
रेवाड़ी में टाइगर की दहशत
शनिवार देर शाम झाबुआ के जंगल में टाइगर के पैर के निशान देखे गए, जिससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। इसके बाद पुलिस और प्रशासन ने तुरंत आसपास के गांवों में एडवाइजरी जारी की। राजस्थान के गांवों में टाइगर ने खेतों में काम कर रहे किसानों पर हमला कर दिया था। हालांकि, ग्रामीण किसी तरह से अपनी जान बचाने में सफल रहे, लेकिन वे गंभीर रूप से घायल हो गए। ऐसी जानकारी भी मिली है कि टाइगर ने रेस्क्यू टीम पर भी हमला किया है।
टाइगर का राजस्थान से हरियाणा तक का सफर
किशनगढ़ बास के वन अधिकारी सीताराम मीणा के अनुसार, टाइगर की सूचना मिलने पर वे टीम के साथ राजस्थान के गांव जाट जबौरा पहुंचे थे। वहां के ग्रामीणों ने बताया कि टाइगर बाजरे के खेतों में छिपा हुआ है। इसके बाद रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया और किसानों से अनुरोध किया गया कि वे खेतों से बाहर आ जाएं। रेस्क्यू टीम जब खेतों में पहुंची, तो टाइगर पहले ही एक किसान को घायल कर चुका था। पदचिन्हों का पीछा करते हुए टीम गांव दरबार पहुंची, जहां टाइगर ने तीन और लोगों को घायल किया। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
झाबुआ के जंगल में छिपा टाइगर
झाबुआ के ग्रामीणों ने टाइगर का वीडियो भी बनाया है, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि झाबुआ के जंगल में 1500 बीघा जमीन फैली हुई है, जहां टाइगर छिपा हुआ है। इस इलाके में मोर और चिंकारा प्रजनन केंद्र भी है, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि टाइगर वहां भोजन की तलाश में आया हो सकता है। टाइगर के छिपे होने की आशंका के बाद से ही वन विभाग, पुलिस और प्रशासन की टीम ने इलाके में रेस्क्यू ऑपरेशन तेज कर दिया है।
ग्रामीणों को सतर्क रहने की अपील
वन विभाग और प्रशासन ने ग्रामीणों से सतर्क रहने की अपील की है। उन्हें जंगल या खेतों में अकेले न जाने की सलाह दी गई है। बच्चों और बुजुर्गों को विशेष रूप से घर के अंदर रहने की हिदायत दी गई है। इसके अलावा, प्रशासन ने कहा है कि अगर कोई भी टाइगर को देखता है या उसके पदचिन्ह पाता है, तो तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन या वन विभाग को सूचित करें।
टाइगर को पकड़ने की योजना
रेस्क्यू टीम टाइगर को पकड़ने के लिए सभी प्रयास कर रही है। ड्रोन कैमरों का इस्तेमाल कर जंगल का निरीक्षण किया जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि टाइगर को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा, लेकिन जब तक वह नहीं पकड़ा जाता, तब तक ग्रामीणों को सतर्क रहने की जरूरत है।
टाइगर के आतंक से पूरा क्षेत्र भयभीत है, लेकिन प्रशासन और वन विभाग की संयुक्त कोशिशें जारी हैं। उम्मीद है कि जल्द ही इस समस्या का समाधान निकल आएगा और टाइगर को सुरक्षित तरीके से वापस सरिस्का लाया जाएगा।