हरियाणा चुनाव 2024 की घोषणा के बाद JJP को झटका, तीन विधायकों ने दिया इस्तीफा
हरियाणा में विधानसभा चुनाव की घोषणा के तुरंत बाद जननायक जनता पार्टी (JJP) को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के तीन प्रमुख विधायकों—रामकरण काला, देवेंद्र सिंह बबली और ईश्वर सिंह—ने अपने पदों और दायित्वों से इस्तीफा दे दिया है। इस घटनाक्रम से JJP की चुनावी तैयारियों पर बड़ा असर पड़ सकता है, खासकर तब जब राज्य में एक अक्टूबर को मतदान होना है और चार अक्टूबर को वोटों की गिनती होगी।
Main Points
इस्तीफे की वजह से जजपा में हड़कंप
JJP विधायकों के इस्तीफे के बाद पार्टी में हलचल मच गई है। इस्तीफा देने वालों में सबसे पहले नाम आया रामकरण काला का, जिन्होंने अपने पद और पार्टी दायित्वों से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद, देवेंद्र सिंह बबली और ईश्वर सिंह ने भी अपने-अपने इस्तीफे सौंप दिए। ये इस्तीफे ऐसे समय में आए हैं जब चुनाव की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं और पार्टी को एकजुटता की सख्त जरूरत है।
ईश्वर सिंह का त्याग पत्र: निजी कारणों का हवाला
ईश्वर सिंह ने अपने इस्तीफे में निजी कारणों का हवाला दिया है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा, “मैं निजी कारणों से JJP के दायित्वों का निर्वहन करने में असमर्थ हूं। इसलिए मैं पार्टी के सभी पदों और दायित्वों से इस्तीफा दे रहा हूं। कृपया मेरा त्याग पत्र स्वीकार करें।” ईश्वर सिंह का यह फैसला पार्टी के लिए बड़ा झटका है, क्योंकि वह JJP के वरिष्ठ नेताओं में से एक थे और उनकी पकड़ अपने क्षेत्र में मजबूत मानी जाती थी।
देवेंद्र बबली का बयान: सभी पदों से इस्तीफा
टोहना से विधायक देवेंद्र सिंह बबली ने भी JJP से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपने इस्तीफे में लिखा, “मैं जननायक जनता पार्टी के सभी पदों और दायित्वों से इस्तीफा देता हूं। मेरा इस्तीफा स्वीकार करें।” बबली के इस्तीफे से पार्टी को चुनावी समीकरणों में बड़ा नुकसान हो सकता है, क्योंकि वह एक प्रमुख नेता थे और पार्टी को मजबूत बनाने में उनकी अहम भूमिका रही है।
चुनाव की तैयारी पर असर
हरियाणा में इस बार सभी 90 विधानसभा सीटों पर एक ही दिन में मतदान होगा। चुनाव आयोग ने एक अक्टूबर को मतदान की तारीख तय की है, जबकि चार अक्टूबर को वोटों की गिनती की जाएगी। चुनाव की घोषणा होते ही JJP विधायकों के इस्तीफे ने पार्टी की चुनावी तैयारियों को प्रभावित किया है। अब सवाल उठता है कि पार्टी इन इस्तीफों से कैसे निपटेगी और अपने अन्य उम्मीदवारों के साथ चुनावी मैदान में कैसे उतरेगी।
JJP के लिए चुनौतीपूर्ण समय
जननायक जनता पार्टी के लिए यह समय बेहद चुनौतीपूर्ण है। चुनाव से ठीक पहले पार्टी को तीन प्रमुख विधायकों के इस्तीफे का सामना करना पड़ा है। ऐसे में पार्टी को अपनी रणनीति में बदलाव करना होगा। JJP का नेतृत्व अब नए उम्मीदवारों के साथ चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रहा है, लेकिन इन इस्तीफों से पार्टी की स्थिति कमजोर हो सकती है।
विपक्ष की निगाहें
इन इस्तीफों के बाद, विपक्षी दलों ने भी JJP पर निशाना साधा है। विपक्ष का कहना है कि JJP अब कमजोर हो गई है और चुनाव में उसका प्रदर्शन प्रभावित हो सकता है। ऐसे में चुनावी मुकाबला और भी रोचक हो गया है, क्योंकि अब सभी पार्टियां अपने-अपने दावों के साथ चुनावी मैदान में हैं।