PM KISAN Registration फर्जी Apps से किसानों के मौबाइल हो रहे हैक, पुलिस ने जारी किया नोटिस
जिला पुलिस ने हाल ही में लोगों को साइबर ठगी से बचाने के लिए एक विशेष अलर्ट नोटिस जारी किया है। इसमें बताया गया है कि इन दिनों सोशल मीडिया पर पीएम किसान रजिस्ट्रेशन के लिए “PM KISAN REGISTRATION apk” नामक एक फर्जी मोबाइल ऐप वायरल हो रहा है। यह ऐप लोगों को ठगने के लिए बनाया गया है और इसे डाउनलोड करने पर मोबाइल तुरंत हैक हो रहा है। स्थानीय स्तर पर इस प्रकार की घटनाएं सामने आने के बाद, पुलिस ने लोगों को सावधान रहने की सलाह देते हुए एक एडवाइजरी जारी की है।
इस फर्जी ऐप को विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुप्स में शेयर किया जा रहा है। जैसे ही कोई व्यक्ति इस लिंक पर क्लिक करता है, उसका मोबाइल फोन और व्हाट्सएप अकाउंट हैक हो जाता है। पुलिस के अनुसार, इस फर्जी ऐप के चलते कई लोग साइबर ठगी का शिकार हो चुके हैं। एडिशनल एसपी अनिल सोनी ने बताया कि इस ऐप को खोलने पर मोबाइल तुरंत काम करना बंद कर देता है और सभी व्हाट्सएप ग्रुप्स में ऑटोमैटिक मैसेज चला जाता है, जिससे यह फर्जी ऐप और ज्यादा लोगों तक पहुंच रहा है।
यह ठगी का नया तरीका है, जिसमें हैकर्स पीएम किसान योजना के रजिस्ट्रेशन और तुरंत लाभ दिलाने का झांसा देकर लोगों को अपने जाल में फंसा रहे हैं। हालांकि, जिला पुलिस ने स्पष्ट किया है कि पीएम किसान योजना के तहत किसी भी प्रकार का रजिस्ट्रेशन मोबाइल ऐप के माध्यम से नहीं किया जा रहा है। यह रजिस्ट्रेशन केवल सरकारी पोर्टल, तहसील स्तर के कृषि कार्यालय या सीएसी केंद्रों के माध्यम से ही किया जा सकता है। इस फर्जी ऐप के चलते किसानों और आम जनता को भारी नुकसान हो सकता है, इसलिए पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें।
साइबर सेल प्रभारी पारस पटेल ने बताया कि जैसे ही यह फर्जी ऐप डाउनलोड होता है, हैकर्स को मोबाइल का पूरा एक्सेस मिल जाता है। इसके बाद, वे मोबाइल के निजी डेटा, बैंक संबंधित जानकारी आदि को आसानी से एक्सेस कर लेते हैं। यह ठग ओटीपी और अन्य जानकारी लेकर बैंक अकाउंट खाली कर देते हैं। अगर किसी का मोबाइल हैक हो जाता है, तो उसमें कुछ संकेत देखने को मिलते हैं, जैसे फोन की बैटरी तेजी से खत्म होना, फोन का धीमा काम करना, इंटरनेट डेटा का जल्दी खत्म होना, बार-बार एडवर्टाइजमेंट आना, और अनजाने फोन कॉल्स व मैसेजेस की बढ़ोतरी होना।
इससे बचने के लिए साइबर सेल ने कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं। सबसे पहले, मोबाइल फोन को तुरंत फॉर्मेट करना चाहिए। अगर वाट्सएप अकाउंट हैक हो जाए, तो दूसरे मोबाइल फोन के माध्यम से इसे रिपोर्ट करें। मोबाइल पर स्टोर की गई वीडियो, फोटो और अन्य जानकारी को किसी दूसरे सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करें और पुराने ईमेल को क्लीन करें। इसके अलावा, साइबर सेल को इस घटना की सूचना तुरंत दें ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके।
यह घटना सोमवार, 12 अगस्त 2024 को जिला पुलिस द्वारा रिपोर्ट की गई थी। इस प्रकार की साइबर ठगी से बचने के लिए सभी को सतर्क और जागरूक रहने की आवश्यकता है। फर्जी ऐप और अनजान लिंक से हमेशा दूर रहें और साइबर सुरक्षा के प्रति सचेत रहें।