डेरा राधा स्वामी ब्यास में नया अध्याय: जसदीप सिंह गिल (S Jasdeep Singh Gill) बने उत्तराधिकारी
2 सितंबर 2024 को, पंजाब के अमृतसर स्थित डेरा राधा स्वामी ब्यास के मुखी बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने अपने उत्तराधिकारी के रूप में जसदीप सिंह गिल का चयन किया है। यह निर्णय डेरा के सभी सेवादारों को भेजे गए एक आधिकारिक पत्र के माध्यम से घोषित किया गया। जसदीप सिंह गिल को अब राधा स्वामी सत्संग ब्यास सोसाइटी का संरक्षक माना जाएगा और उन्हें गुरु के रूप में नाम देने का अधिकार भी प्राप्त होगा।
Main Points
बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों की स्वास्थ्य स्थिति
गुरिंदर सिंह ढिल्लों की स्वास्थ्य स्थिति पिछले कुछ वर्षों से चिंता का विषय रही है। उन्हें कैंसर का पता चला था, जिसके लिए उन्होंने लंबा इलाज कराया। इसके अलावा, वे हृदय रोग से भी पीड़ित हैं। उनके स्वास्थ्य के कारण, यह उत्तराधिकारी का चयन महत्वपूर्ण हो गया है, क्योंकि डेरा ब्यास का प्रभाव केवल धार्मिक नहीं, बल्कि सामाजिक और राजनीतिक भी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई बड़े नेता यहां आ चुके हैं, जो इस संस्था की महत्ता को दर्शाता है।
जसदीप सिंह गिल का परिचय
जसदीप सिंह गिल, जिन्हें अब डेरा ब्यास का नया प्रमुख माना जाएगा, बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों के अनुयायी रहे हैं। उनके पिता सुखदेव सिंह गिल भी इस संस्था के एक महत्वपूर्ण सदस्य रहे हैं। बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने कहा है कि जसदीप सिंह गिल को वही प्यार और समर्थन मिले, जो उन्हें पहले मिला था। यह एक नई शुरुआत है, जिसमें जसदीप सिंह गिल को डेरा के अनुयायियों के बीच विश्वास और स्नेह प्राप्त करने की आवश्यकता होगी।
डेरा राधा स्वामी का महत्व
डेरा राधा स्वामी सत्संग ब्यास की स्थापना 1891 में बाबा जयमल सिंह ने की थी। इसका उद्देश्य लोगों को धार्मिक संदेश देना और मानवता की सेवा करना है। यह संस्था दुनिया के 90 देशों में फैली हुई है, जिसमें अमेरिका, स्पेन, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, जापान और कई अन्य देश शामिल हैं।डेरा के पास 4,000 एकड़ से ज्यादा जमीन है, जिसमें 48 एकड़ का लंगर हॉल शामिल है। यहां श्रद्धालुओं के रहने के लिए सराय, गेस्ट होस्टल और शेड भी हैं। इसके अलावा, डेरा में तीन अस्पताल भी हैं, जो लोगों के मुफ्त इलाज के लिए समर्पित हैं। 35 किलोमीटर के घेरे में रहने वाले लोगों को मुफ्त चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जाती हैं।
भविष्य की दिशा
जसदीप सिंह गिल के उत्तराधिकारी बनने के साथ, डेरा राधा स्वामी ब्यास में एक नया अध्याय शुरू होता है। उनके नेतृत्व में, यह देखना दिलचस्प होगा कि वे डेरा की परंपराओं को कैसे आगे बढ़ाते हैं और समाज में कैसे योगदान देते हैं। बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने अपने अनुयायियों से अनुरोध किया है कि वे जसदीप सिंह गिल को भी वही प्यार और स्नेह दें, जो उन्हें मिला था।