तेज हुई हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख बदलने की मांग: BJP के बाद अभय चौटाला ने चुनाव आयोग को लिखा पत्र
हरियाणा में विधानसभा चुनाव 2024 की तैयारियों के बीच तारीख में बदलाव की मांग जोर पकड़ रही है। इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) के प्रधान महासचिव और विधायक अभय सिंह चौटाला ने शनिवार, 24 अगस्त 2024 को मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर मतदान की तिथि में बदलाव की मांग की है। अभय चौटाला ने अपने पत्र में 1 अक्टूबर को प्रस्तावित चुनाव के समय पर चिंता जताई है। उनके अनुसार, 28 और 29 सितंबर को शनिवार और रविवार की छुट्टियां हैं, जिसके बाद 2 अक्टूबर को गांधी जयंती की भी छुट्टी है। इस दौरान लोग छुट्टियों का लाभ उठाकर अपने घर या किसी फैमिली के साथ किसी अन्य स्थान पर घूमने जा कर सकते हैं। इससे मतदान प्रतिशत में 15 से 20 प्रतिशत की कमी होने की संभावना है।
कम मत प्रतिशत की आशंका
अभय चौटाला का मानना है कि अगर चुनाव 1 अक्टूबर को होता है तो बहुत से लोग छुट्टियों का फायदा उठाकर बाहर जा सकते हैं, जिससे मतदाता मतदान में कमी आ सकती है। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव की तैयारी और चुनाव कर्मचारियों का प्रशिक्षण भी इससे प्रभावित हो सकता है। इसलिए, हरियाणा में मतदाताओं की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने चुनाव आयोग से मतदान की तारीख को एक या दो सप्ताह के लिए आगे बढ़ाने का अनुरोध किया है।
बीजेपी ने भी उठाई तिथि बदलने की मांग
इंडियन नेशनल लोकदल के अलावा, हरियाणा भाजपा अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने भी 24 अगस्त 2024 को चुनाव आयोग को पत्र लिखा और मतदान की तारीख में बदलाव की मांग की। बड़ौली ने अपने पत्र में कहा कि 28 सितंबर को शनिवार और 29 सितंबर को रविवार की छुट्टियां हैं। इसके बाद, 1 अक्टूबर को मतदान होने की वजह से सरकारी और निजी संस्थानों में छुट्टी रहेगी। 2 अक्टूबर को गांधी जयंती की राष्ट्रीय अवकाश होने के कारण, लोग 30 सितंबर को एक दिन का अवकाश लेकर पांच दिनों की छुट्टी का लाभ उठा सकते हैं। इससे मतदान प्रतिशत में भारी कमी आ सकती है।
क्या होगा चुनाव आयोग का फैसला?
चुनाव आयोग के सामने अब यह चुनौती है कि वह चुनाव की तारीख में बदलाव करे या नहीं। हालांकि, अभय चौटाला और मोहन लाल बड़ौली द्वारा उठाए गए मुद्दों को गंभीरता से लिया जा सकता है। चुनाव आयोग को इस पर विचार करते हुए यह सुनिश्चित करना होगा कि मतदान का प्रतिशत उच्चतम हो और किसी भी प्रकार की अड़चन से बचा जा सके।