AAP JJP alliance News: क्या हरियाणा में कांग्रेस और BJP की बढ़ेंगी मुश्किलें? संदीप पाठक और दुष्यंत चौटाला का बड़ा बयान
हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। आम आदमी पार्टी (AAP) और जननायक जनता पार्टी (JJP) के गठबंधन की अटकलों पर संदीप पाठक और दुष्यंत चौटाला ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। दोनों नेताओं ने गठबंधन की संभावनाओं को खारिज करते हुए अपने-अपने दलों की तैयारियों पर जोर दिया है।
हरियाणा में कांग्रेस और BJP की बढ़ेंगी मुश्किलें? संदीप पाठक और दुष्यंत चौटाला का बड़ा बयान
अगस्त 04: हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तारीख के ऐलान के बाद सियासी माहौल गर्म हो गया है। आम आदमी पार्टी (AAP) और जननायक जनता पार्टी (JJP) के बीच गठबंधन की अटकलों पर दोनों दलों के नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
संदीप पाठक का बयान
AAP के वरिष्ठ नेता संदीप पाठक ने गुरुवार को फतेहाबाद में एक कार्यक्रम में बोलते हुए स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी का JJP के साथ गठबंधन को लेकर कोई चर्चा नहीं चल रही है। उन्होंने कहा, “हम नहीं जानते कि JJP किस पार्टी से गठबंधन कर रही है।” पाठक ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी जल्द ही विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा करेगी।
दुष्यंत चौटाला का बयान
वहीं, JJP नेता दुष्यंत चौटाला ने जींद में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी पार्टी सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, “विधानसभा की चाबी हमारे पास होगी।” चौटाला ने गठबंधन की अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि उनकी पार्टी किसी भी दल के साथ गठबंधन नहीं कर रही है।
AAP की रणनीति
संदीप पाठक ने बताया कि AAP हरियाणा में डोर टू डोर गारंटी अभियान शुरू कर रही है। इस अभियान के तहत पार्टी के कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को अरविंद केजरीवाल की गारंटी के बारे में जागरूक करेंगे और बदलाव के लिए वोट करने की अपील करेंगे। पाठक ने कहा कि हरियाणा के लोग बदलाव चाहते हैं और उनकी पार्टी को बड़ी उम्मीद से देख रहे हैं।
JJP की तैयारी
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि JJP पिछली बार से भी ज्यादा सीटें जीतेगी। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है। चौटाला ने यह भी कहा कि मीडिया ही गठबंधन की बात करता रहता है, जबकि उनकी पार्टी किसी भी दल के साथ गठबंधन नहीं कर रही है।
कांग्रेस और BJP की मुश्किलें
हरियाणा में कांग्रेस और BJP के लिए यह चुनावी माहौल चुनौतीपूर्ण हो सकता है। AAP और JJP के बयानों से साफ है कि दोनों दल अपने-अपने दम पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। इससे कांग्रेस और BJP की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, क्योंकि दोनों दलों को अब अलग-अलग मोर्चों पर मुकाबला करना होगा।