Haryana Election News: क्या सिरसा में गोपाल कांडा के सामने BJP उतारेगी अपना उम्मीदवार, जाने BJP और HPL गठबंधन की अपडेट
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) और गोपाल कांडा की हरियाणा लोकहित पार्टी (HLP) के बीच गठबंधन को लेकर चर्चाएं गर्म हैं। हालांकि, BJP ने औपचारिक रूप से गठबंधन की घोषणा नहीं की है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक, सिरसा विधानसभा सीट पर बीजेपी गोपाल कांडा के खिलाफ अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी। BJP ने अब तक 90 विधानसभा सीटों में से 87 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं, लेकिन सिरसा, फरीदाबाद NIT और महेंद्रगढ़ सीटें अभी भी खाली हैं।
गोपाल कांडा की रणनीति और BJP का समर्थन
गोपाल कांडा, जो 2019 के चुनाव में BJP-जेजेपी गठबंधन सरकार के समर्थन में थे, चाहते थे कि BJP इस बार सिरसा और रानिया दो सीटें उनके लिए छोड़ दे। हालांकि, रानिया सीट पर कांडा ने अपने भाई धवल कांडा को उम्मीदवार घोषित कर दिया, जिसके बाद BJP ने शीशपाल कंबोज को वहां से उतारा है। इस स्थिति में, रानिया से निर्दलीय उम्मीदवार रणजीत चौटाला के मैदान में होने से मुकाबला और जटिल हो गया है, जिससे कांग्रेस को लाभ हो सकता है।
सूत्रों के अनुसार, BJP ने कांडा को संदेश दिया है कि अगर HLP रानिया सीट से अपने उम्मीदवार धवल कांडा का नामांकन वापस लेती है, तो सिरसा सीट पर गोपाल कांडा को BJP का अनौपचारिक समर्थन मिल सकता है। इसके पीछे BJP का उद्देश्य कांडा के प्रभाव वाले क्षेत्रों में जीत हासिल करना और चुनावी समीकरणों को संतुलित करना है। सिरसा सीट पर कांडा का प्रभाव लंबे समय से देखा गया है और BJP इस सीट पर कांडा के समर्थन से चुनाव जीतने की संभावनाओं को मजबूत करना चाहती है।
कांडा के साथ BJP का चुनावी गणित
हरियाणा में कांडा और BJP के गठबंधन की संभावनाओं पर चर्चा इसलिए भी हो रही है क्योंकि कांडा की पार्टी सिरसा और इसके आसपास के क्षेत्रों में खासा प्रभाव रखती है। कांडा की HLP पार्टी ने 2014 के चुनाव में 1 प्रतिशत से अधिक वोट हासिल किए थे और 2019 में बिना शर्त BJP-जेजेपी सरकार को समर्थन देकर उन्होंने गठबंधन में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी।
बीजेपी ने अभी तक सिरसा सीट पर अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है, जिससे कांडा को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। कांडा की ओर से यह संभावना जताई जा रही है कि गठबंधन की औपचारिक घोषणा नहीं की जाएगी, लेकिन सीटें साझा करने को लेकर आपसी सहमति बन सकती है। कांडा के साथ BJP का गठबंधन उन्हें सिरसा सीट पर जीत दिलाने में मददगार साबित हो सकता है, जबकि कांडा का प्रभाव रानिया और अन्य क्षेत्रों में भी महसूस किया जा सकता है।
चुनावी परिदृश्य पर असर
इस चुनावी गठबंधन के परिणामस्वरूप कांग्रेस, इनेलो, और निर्दलीय उम्मीदवारों के बीच मुकाबला और भी रोचक हो सकता है। कांडा के समर्थन से BJP को सिरसा और उसके आसपास के क्षेत्रों में अतिरिक्त लाभ मिल सकता है, लेकिन रानिया जैसी सीट पर कांडा और रणजीत चौटाला के बीच मुकाबला BJP के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है।