ब्रेकिंग न्यूज़

Nvidia को टक्कर देने की कोशिश में जुटी ये कंपनियां: चिप मेकिंग में हो रही हैं नई तैयारियां

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

चीन फिलहाल अमेरिकी टेक्नोलॉजी कंपनियों पर अपनी निर्भरता कम करने की कोशिश में लगा हुआ है। खासकर, Nvidia जैसी चिपमेकर कंपनियों के विकल्प तैयार करने के लिए चीन अपनी घरेलू टेक्नोलॉजी को मजबूती देने का प्रयास कर रहा है। इसके तहत चीनी कंपनियां ऐसी AI चिप्स विकसित करने की कोशिश कर रही हैं, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को पावर प्रदान कर सकें।

यह खबर 20 सितंबर 2024 को प्रमुखता से सामने आई, जिसमें यह बताया गया कि चीन की इन कोशिशों में अमेरिका द्वारा लगाए गए प्रतिबंध बड़ी बाधा बन रहे हैं।

अमेरिकी प्रतिबंधों ने Nvidia की सबसे एडवांस चिप्स को चीन निर्यात करने पर रोक लगा दी है। इन प्रतिबंधों को 2022 में कड़ा कर दिया गया था, और 2023 में इन्हें और भी सख्त बना दिया गया।

अमेरिकी प्रतिबंध और Nvidia का दबदबा

एनालिस्ट्स का मानना है कि Nvidia की सबसे एडवांस AI चिप्स के बिना चीन का AI सेक्टर कमजोर साबित हो सकता है। यही कारण है कि टेक कंपनियां जैसे अलीबाबा, बायडू और हुआवेई जैसी कंपनियां Nvidia को चुनौती देने की कोशिश में लगी हैं। लेकिन फिलहाल, वे Nvidia से पीछे हैं।

काउंटरपॉइंट रिसर्च के सीनियर एनालिस्ट वेई सन ने कहा कि कुछ चीनी कंपनियों ने एआई स्पेसिफिक एप्लिकेशन्स के लिए चिप्स डेवलप करने में प्रगति की है, लेकिन Nvidia के मुकाबले यह प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं।

अमेरिका की ब्लैकलिस्टिंग और अन्य चुनौतियां

चीन के लिए Nvidia को टक्कर देना इसलिए भी मुश्किल हो रहा है क्योंकि अमेरिकी सरकार ने कई चीनी कंपनियों को ब्लैकलिस्ट कर रखा है। यह ब्लैकलिस्ट चीन की टेक्नोलॉजी तक पहुंच को सीमित करती है, जिससे अमेरिका की एडवांस मशीनरी और सेमीकंडक्टर के निर्यात पर रोक लगाई जा चुकी है।

चीन की चिप मैन्युफैक्चरिंग पर अमेरिकी असर

चीन की GPU कंपनियां चिप्स को डिज़ाइन तो कर रही हैं, लेकिन उत्पादन के लिए उन्हें ताइवान की सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी (TSMC) पर निर्भर रहना पड़ता है। अमेरिकी प्रतिबंधों के चलते, ताइवान की कंपनी से भी इन कंपनियों को चिप्स हासिल करने में दिक्कत हो रही है। इस वजह से SMIC (Semiconductor Manufacturing International Corporation) पर निर्भरता बढ़ गई है। SMIC की टेक्नोलॉजी TSMC से काफी पीछे है, जिससे चीन को अपनी प्रगति धीमी करनी पड़ रही है।

Huawei की कोशिशें और अन्य कंपनियों का संघर्ष

हुआवेई जैसी कंपनियां अपने AI चिप्स के डेवलपमेंट पर ज्यादा जोर दे रही हैं। हुआवेई की मौजूदा चिप, एसेंड 910बी, Nvidia के एच100 के मुकाबले में उतारी जा रही है। इसके अलावा, बिरेन टेक्नोलॉजी और एनफ्लेम जैसी स्टार्टअप्स ने अमेरिकी प्रतिबंधों के कारण भारी चुनौतियों का सामना किया है।

Nvidia का बढ़ता प्रभुत्व

Nvidia की सफलता का एक बड़ा कारण उनका सीयूडीए सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म है, जो डेवलपर्स को चिप्स पर एप्लिकेशन बनाने की अनुमति देता है। इस इकोसिस्टम की वजह से Nvidia के उत्पादों की मांग बनी रहती है, और इसका दोहराना अन्य कंपनियों के लिए मुश्किल हो गया है।

Jiya

Jiya Singh is an experienced Hindi and English news writer with nearly 5 years of experience in the media industry. She started her career with an online news website Newz Fast, where she worked in many sections including Hindi news and business. She loves writing and reading news related to technology, automobile and business. She has covered all these sections extensively and presented excellent reports for the readers. Jiya Singh has been trying to provide correct and accurate information to the readers on Local Haryana for the last 1 year.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button