उधमपुर में आतंकियों का हमला: CRPF का 1 जवान की शहीद
जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले में सोमवार, 19 अगस्त 2024 को हुए आतंकी हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के एक जवान शहीद हो गया है। यह हमला तब हुआ जब CRPF जवान और जम्मू-कश्मीर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) के संयुक्त दल के जवान नियमित गश्ती पर थे। डुडू इलाके में घात लगाए आतंकियों ने उन पर अचानक हमला कर दिया। इस हमले के बाद सुरक्षा बलों ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की, जिससे मुठभेड़ शुरू हो गई। अधिकारियों के अनुसार, अभी भी इलाके में मुठभेड़ जारी है और आतंकियों को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
उधमपुर में आतंकी हमला: CRPF अधिकारी शहीद
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी दी कि उधमपुर जिले के डुडू इलाके में सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के एसओजी के संयुक्त दल पर आतंकियों ने हमला किया। इस हमले में सीआरपीएफ के 187वीं बटालियन के एक निरीक्षक गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही शहीद घोषित कर दिया गया। अधिकारी ने बताया कि आतंकियों ने पहले से घात लगाकर इस हमले को अंजाम दिया था। क्षेत्र में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं और तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है।
पीर पंजाल क्षेत्र में बढ़ रही आतंकवादी गतिविधियां
यह ताजा हमला जम्मू क्षेत्र में हुआ है, जो हाल के वर्षों में कश्मीर की तुलना में अधिक शांत माना जाता था। हालांकि, हाल के महीनों में पीर पंजाल रेंज के दक्षिणी इलाकों में आतंकी गतिविधियों में अचानक वृद्धि देखी गई है। माना जाता है कि इस क्षेत्र के घने जंगल और खड़ी पहाड़ियां आतंकियों के छिपने के लिए आदर्श स्थान हैं। इन इलाकों में सुरक्षाबलों द्वारा लगातार चलाए जा रहे तलाशी अभियानों के बावजूद आतंकवादी गतिविधियों पर पूरी तरह काबू नहीं पाया जा सका है।
स्वतंत्रता दिवस के एक दिन पहले भी हुआ हमला
इससे पहले 14 अगस्त 2024 को, स्वतंत्रता दिवस से ठीक एक दिन पहले, जम्मू-कश्मीर के डोडा इलाके में भी एक मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में भारतीय सेना के कैप्टन दीपक सिंह शहीद हो गए थे और एक नागरिक घायल हो गया था। यह घटना भी आतंकियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमलों की श्रृंखला में शामिल थी। इसके बाद से सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर में सतर्कता बढ़ा दी है और आतंकवादियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियानों को और तेज कर दिया है।
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों से पहले बढ़ी गतिविधियां
जम्मू-कश्मीर में अगले महीने से विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। चुनाव आयोग ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है। 90 सीटों के लिए तीन चरणों में 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को मतदान होगा और 4 अक्टूबर को परिणाम घोषित किए जाएंगे। माना जा रहा है कि आतंकी संगठन चुनावों के दौरान अस्थिरता पैदा करने के लिए इस तरह के हमलों को अंजाम दे सकते हैं। सुरक्षा एजेंसियां इन चुनावों के दौरान किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर रही हैं।
आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाएगी सरकार
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर में हालात की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल और सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सुरक्षा की मौजूदा स्थिति पर चर्चा की गई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाने का संकेत दिया है। हाल की घटनाओं को देखते हुए केंद्र सरकार ने सुरक्षा बलों को आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई जारी
इससे पहले 12 अगस्त 2024 को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कठुआ जिले में आतंकवादियों को रसद और सहायता पहुंचाने वाले ओवर ग्राउंड वर्कर्स (OGWs) के एक बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ किया था। इसमें ओजीडब्ल्यू नेटवर्क के सरगना समेत 8 अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया था। ये लोग आतंकियों को मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करते थे, जिससे वे ऊपरी इलाकों में पनाह ले पाते थे।