Sabarmati express derail: कानपुर में सबरमती एक्सप्रेस का बड़ा हादसा: 20 डिब्बे पटरी से उतरे, सभी यात्री सुरक्षित
उत्तर प्रदेश के कानपुर और भीमसेन स्टेशनों के बीच शनिवार सुबह सबरमती एक्सप्रेस के कम से कम 20 डिब्बे पटरी से उतर गए। राहत की बात यह है कि इस हादसे में कोई भी यात्री घायल नहीं हुआ है और न ही किसी की मौत की सूचना है। इस दुर्घटना के बाद सात ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं और तीन का मार्ग बदल दिया गया है। रेलवे और आपातकालीन सेवाओं ने यात्रियों को कानपुर पहुंचाने के लिए बसों और एक MEMU ट्रेन की व्यवस्था की है। इस दुर्घटना की जांच की जा रही है और रेलवे ने कई हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं।
रेलवे ट्रैक पर रखे गए ऑब्जेक्ट से हुआ हादसा
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज सुबह 2:35 बजे इस घटना की जानकारी देते हुए बताया कि वाराणसी से अहमदाबाद जा रही सबरमती एक्सप्रेस का इंजन रेलवे ट्रैक पर रखी गई किसी वस्तु से टकराया और उसके बाद ट्रेन पटरी से उतर गई। रेल मंत्री ने कहा कि तेज़ टक्कर के निशान देखे गए हैं और सभी सबूत सुरक्षित कर लिए गए हैं। इस मामले की जांच अब खुफिया ब्यूरो (IB) और उत्तर प्रदेश पुलिस कर रही है।
यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित
घटना के बाद रेल मंत्रालय ने तुरंत यात्रियों की सुरक्षा के लिए कदम उठाए। ट्रेन में सवार यात्रियों को बिना किसी चोट के सुरक्षित निकाल लिया गया और उन्हें कानपुर ले जाने के लिए बसों और एक MEMU ट्रेन की व्यवस्था की गई। इसके अलावा, अन्य रेलगाड़ियों को भी उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए वैकल्पिक मार्गों से भेजा गया।
यात्रियों की कहानी
ट्रेन के यात्री उस समय सो रहे थे जब अचानक एक तेज़ आवाज आई और ट्रेन रुक गई। वाराणसी से ट्रेन में सवार हुए एक यात्री, विकास ने PTI को बताया, “कानपुर स्टेशन से निकलने के कुछ ही समय बाद तेज़ आवाज़ आई और कोच हिलने लगा। मैं बहुत डर गया, लेकिन फिर ट्रेन रुक गई।”
विकास ने यह भी बताया कि ट्रेन बहुत धीमी गति से चल रही थी जब यह हादसा हुआ। जैसे ही ट्रेन रुकी, यात्री अपने कोच से बाहर निकलने लगे और अधिकतर लोग रेलवे ट्रैक के पास बैठकर मदद का इंतजार करने लगे। उन्होंने अपने परिवार को घटना की सूचना दी।
एक अन्य यात्री ने बताया कि पुलिस घटना के लगभग एक घंटे बाद मौके पर पहुंची। यात्री अपने सामान के साथ रेलवे ट्रैक के पास इंतजार कर रहे थे।
जांच और आपातकालीन सेवाएं
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि पटना-इंदौर ट्रेन ने इसी ट्रैक से 1:20 बजे बिना किसी समस्या के यात्रा की थी। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, एक बड़ा पत्थर ट्रेन के इंजन से टकराया, जिससे इंजन के कैटल गार्ड को नुकसान पहुंचा और ट्रेन पटरी से उतर गई।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि घटना के कारण सात ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं और तीन ट्रेनें diverted कर दी गई हैं। उत्तर मध्य रेलवे ज़ोन के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशि कांत त्रिपाठी ने बताया कि हादसे के स्थान से यात्रियों को कानपुर रेलवे स्टेशन तक ले जाने के लिए बसों की व्यवस्था की गई थी। इसके अलावा, एक आठ कोच की MEMU ट्रेन कानपुर से हादसे के स्थान पर भेजी गई ताकि यात्रियों को वापस कानपुर लाया जा सके और उन्हें उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए आगे की व्यवस्था की जा सके।
रेलवे द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर
भारतीय रेलवे ने इस हादसे से संबंधित जानकारी देने के लिए कई हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। इन नंबरों के जरिए यात्री और उनके परिजन सहायता प्राप्त कर सकते हैं:
- प्रयागराज: 0532-2408128, 0532-2407353
- कानपुर: 0512-2323018, 0512-2323015
- मिर्जापुर: 054422200097
- इटावा: 7525001249
- टूंडला: 7392959702
- अहमदाबाद: 07922113977
- बनारस सिटी: 8303994411
- गोरखपुर: 0551-2208088
इसके अलावा, झांसी रेल मंडल के लिए भी हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं:
- वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी जंक्शन: 0510-2440787, 0510-2440790
- ओरई: 05162-252206
- बांदा: 05192-227543
- ललितपुर जंक्शन: 07897992404
आगे की कार्रवाई
भारतीय रेलवे इस घटना की पूरी जांच कर रहा है और यह सुनिश्चित कर रहा है कि ऐसी घटनाएं भविष्य में न हों। यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई की है और यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं।
इस हादसे में कोई भी यात्री घायल नहीं हुआ, जो इस घटना में एक राहत की बात है। हालांकि, इस घटना से ट्रेनों के संचालन पर बड़ा असर पड़ा है। भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए रेलवे को और अधिक सतर्कता बरतनी होगी।