पथरी के मरीजों के लिए बड़ी खुशखबरी, अब फ्री में होगी लेजर सर्जरी
दिल्ली के आरएमएल अस्पताल में 3 अगस्त 2024 को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा अत्याधुनिक इंडोयूरोलॉजिकल यूनिट का उद्घाटन किया गया। इस नई सुविधा के साथ, अब अस्पताल में किडनी की पथरी और प्रोस्टेट की लेजर सर्जरी की सुविधा उपलब्ध होगी। यह सर्जरी बिना किसी चीरे के और निशुल्क की जाएगी, जिससे मरीजों को काफी लाभ होगा।
Main Points
लेजर सर्जरी की नई सुविधा
आरएमएल अस्पताल में लेजर सर्जरी की शुरुआत से मरीजों को एक बड़ी राहत मिलेगी। पहले, निजी अस्पतालों में किडनी की पथरी के इलाज के लिए लेजर सर्जरी की लागत डेढ़ लाख से दो लाख रुपये तक होती थी। लेकिन अब सरकारी अस्पताल में यह सुविधा मुफ्त में उपलब्ध होगी। इससे आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के मरीजों को भी इलाज मिल सकेगा, जो पहले इस महंगे इलाज का खर्च नहीं उठा पाते थे।
एम्स की लिथोट्रिप्सी सर्जरी
दिल्ली के एम्स में भी यूरोलॉजी विभाग में लिथोट्रिप्सी सर्जरी की सुविधा है। इस तकनीक से बिना किसी चीरे के, एक सेंटीमीटर तक की पथरी को किडनी से निकाला जा सकता है। आरएमएल अस्पताल के यूरोलाजी विभाग के प्रमुख डॉ. हेमंत कुमार गोयल ने बताया कि 5 से 8 मिलीमीटर तक की पथरी दवाओं से निकल जाती है। लेकिन बड़ी पथरी को निकालने के लिए सर्जरी करनी पड़ती है।
सर्जरी की प्रक्रिया
आरएमएल अस्पताल में लेजर सर्जरी की प्रक्रिया में, मरीज के यूरिनरी ट्रैक के रास्ते से एक फाइबर किडनी के पास ले जाकर लेजर से पथरी को तोड़ा जाता है। यह प्रक्रिया लगभग डेढ़ घंटे तक चलती है। डॉक्टरों को इस सर्जरी के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। शनिवार को आयोजित कार्यशाला में 16 मरीजों की किडनी और प्रोस्टेट की लेजर सर्जरी की गई।
सर्जरी की वेटिंग और भविष्य की योजनाएँ
हालांकि, आरएमएल अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण किडनी की पथरी की सर्जरी के लिए एक वर्ष तक की वेटिंग हो सकती है। वर्तमान में यूरोलाजी विभाग में दो ऑपरेशन थियेटर हैं। लेकिन निर्माणाधीन सुपर स्पेशियलिटी के तैयार होने पर यूरोलॉजी के तीन ऑपरेशन थियेटर होंगे। इससे सर्जरी की संख्या में 30 से 40 प्रतिशत की वृद्धि होने की संभावना है, जिससे वेटिंग कम होगी।